एक लघु व्यथा :गुड मार्निंग
’मम्मी ! मम्मी ! अब वो ’अंकल’ ह्वाटस-अप ’ पर नहीं आते ?-छोटी बेटी ने एक मासूम-सा सवाल किया
"कौन बिट्टो ?"
"वही अंकल,जो हर रोज़ सुबह सुबह ’गुड मार्निंग’ करते
थे। फ़ूल भेजते थे ।गुड नाइट करते थे ।शे’रो,शायरी भेजते थे ,ह्वाटस
पर।"
कह कर मम्मी नम आँखों से किचेन में चली गईं ।
-आनन्द.पाठक--
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